Saraswati Mantra Amritmala 5 | सरस्वती वंदना मंत्र 1

This lesson is going to explain the Saraswati Mantra. The Saraswati Mantra is a tribute to the Goddess of Knowledge. She plays on veena, sits on a lotus and destroys the ignorance of her devotees.

The mantras have infinite power, if chanted with due devotion, the mantras can open the door to the gods. The viewer will be amazed with the simplicity of the language.

अमृतमाला के इस पाठ में हम सरस्वती मंत्र पढ़ेंगे। यह मंत्र देवी सरस्वती की महिमा को गाता है। माँ सरस्वती वीणावादिनी हैं, कमलासना हैं, अज्ञान रूपी अंधकार का नाश करने वाली हैं।

मंत्रों में अपार शक्ति होती है, मंत्र जाप से सरस्वती माँ प्रसन्न होकर विद्या का वरदान देती हैं। मां सरस्वती को विद्या और कला की देवी माना जाता है।

भारत में संगीतकारों से लेकर वैज्ञानिकों तक हर कोई ज्ञान-प्राप्ति और मार्गदर्शन के लिए मां सरस्वती देवी से पूजा-प्रार्थना करता है।

मां सरस्वती के भक्तगण सौभाग्य-प्राप्ति के लिए हर सुबह सरस्वती वंदना मंत्र का पठन करते हैं। आप इस बात से हैरान हो जाएंगे, कि यह मंत्र आपको बहुत ही आसानी से संस्कृत भाषा में आगे बढ़ा देगी और आपको संस्कृत का अध्ययन बहुत रुचिकर और सरल प्रतीत होने लगेगा।

Saraswati Mantra

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।

या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥

या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।

सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥

Continue reading Saraswati Vandana Mantras in next lecture: Saraswati Vandana Mantra Amritmala 6 | सरस्वती वंदना मंत्र 2 and stay devoted to Sanskrit language.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *