This is the second lesson in the Sanskrit literature course, Amritmala and describes what successful life actually is.
The video lessen explains two Sanskrit shlokas from Neeti-granthas, that give an insight in the essential qualities of a good person.
He who is devoid of education, hard work, donations, knowledge, good nature, virtues and faith in duty, he is not worh calling a man.
He is a mere beast. And a person gets success through deed, not through mere planning. As a sleeping lion cannot hope running deer to enter his open mouth.
The viewer will be amazed with the simplicity of the language.
अमृतमाला के इस पाठ में हम नीति-शास्त्र से लिए गए दो संस्कृत श्लोक पढ़ेंगे। ये मनुष्य के गुण बताते हैं। जिस व्यक्ति के जीवन में, विद्या, तप, दान, ज्ञान, शील, गुण, और धर्म का अभाव है, वह मनुष्य के रूप में केवाल पशु है।
Successful Life
दूसरा श्लोक आपको परिश्रम की महिमा समझाता है। आप इस बात से हैरान हो जाएंगे, कि यह कहानी आपको बहुत ही आसानी से संस्कृत भाषा में आगे बढ़ा देगी और आपको संस्कृत का अध्ययन बहुत रुचिकर और सरल प्रतीत होने लगेगा।
Must read a great story about a king: King’s Story Amritmala 4| नृपस्य कथा. Stay devoted towards Sanskrit.
येषां न विद्या न तपो न दानं, ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः।
ते मर्त्यलोके भुविभारभूता, मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति॥
उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः ।
न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः ॥